जय सरस्वती माता,मैया जय सरस्वती माता ,
आकर कंठ विराजो,शुद्ध शब्द गाता जय-जय,
श्वेताम्बर तन धारे,कर वीणा सोहे मैया कर,
कमलाशन पे विराजे,त्रिभुवन मन मोहे जय-जय,
ब्रह्मा विष्णु महेशवर,सदा गुणगान करे मैया सदा
त्रिविध ताप मिटाकर,भक्तो के कष्ट हरे जय-जय
हरियो पींपल द्वारे,लाल ध्वजा धारे मैया लाल
सिंह असवारी पधारो,हार गले धारे जय-जय
मात सरस्वती की आरती,प्रेम सहित गावे मैया प्रेम
कहत सदानन्द स्वामी,उर आनन्द छावे जय-जय
रचनाकार:-स्वामी सदानन्द जोधपुर
M.9460282429