हो तेरी जय हो डमरू वाले,
तेरी जय हो डमरू वाले,
जग के तुम रखवाले ,
तेरी जय हो डमरू वाले,
माथे पे तेरे चंदा सोहे गर्द तिरशूल विराज रहा,
गल सोहे मुंडो की माला हाथ डमरू बाज रहा,
सब के पाप ने पुण्ये बनावे जटा में गंगा वाले,
तेरी जय हो डमरू वाले,
देवो में महादेव निराले पूजे दुनिया सारी है,
नील कंठ कहलाये बाबा विष को पीने वाले,
तेरी जय हो डमरू वाले,
काम देव को भस्म किया तुम त्रिपुरारी कहलाते ह,
भस्मा सुर को भस्म किया बाबा लीला अजब दिखाते हो,
उमेश भी शरण आप की बोले है जयकारे
तेरी जय हो डमरू वाले,