नाथ से मिला दो भोले नाथ से मिला दो,
भर के गांजा चिलम में मारो दमा दम,
बोलो बम बम बोल बम बम ,
अपने भोले की धुन में साधू रहते मस्ती में,
बैठे रहते है सन्यासी काल कपाल की कश्ती में,
आसमान को घर है माना भोले बम बम,
बोलो बम बम बोल बम बम ,
बाबा तो है सारे जग को चलाता,
उन में जो रम ता है सब कुछ पाता,
शिवा तू सब कुछ जानता है सब को दिखता भोले रास्ता है,
तुझको तेरे सारे भक्त है भुलाते कुंभ के इशनान में भोला है मिलने आते,
जाने कितने रूप बदल कर अपनों से है मिलते लाखो धर्म कर्म को करते साधु जन्म को पाते,
रचा वसा है कण कण में वो ध्यान लगाए कब से,
जब से बना नहीं संसारा बैठा है वो तब से.,
बिता जाये हर पल अपना समय बचा है कम ,
बोलो बम बम बोल बम बम ,
बड़ा सरल है भोले बाबा राह कठिन है चले में,
जब से मिला है जीवन अपना बिता रहा है पड़ने में,
खुद सोया है सब जग जागा लगा दे सारे दम,
बोलो बम बम बोल बम बम ,