ओ फागण आ गयो रे खाटू नगरी में सज गयो बाबो रे,
सझ गयो बाबो सझ गयो बाबो रे
फागण आ गयो रे खाटू नगरी में सज गयो बाबो रे,
केसरियां यो बागो पेहने गल वैजन्ती माला रे,
सतरंगी यु घुमा घुमा कर बांधो फेटो रे,
फागण आ गयो रे खाटू नगरी में सज गयो बाबो रे,
चंग नगाड़ा बाजन लागया झालर की झंकार रे,
मोर छड़ी का झाड़ा देवे देव फटकारो रे,
फागण आ गयो रे खाटू नगरी में सज गयो बाबो रे,
सांवरियो है धनो दयालु सब की किस्मत चमकावे,
ऋतू भी थाने भजन सुनावे झूमे गावे रे,
फागण आ गयो रे खाटू नगरी में सज गयो बाबो रे,