मैं दुनिया छोड़ के आ गया बाला जी के मंदिर में,
अरे मैं सारी खुशिया पा गया बाला जी के मंदिर में,
बाला जी बड़े कमाल मैं हो गया माला माल मेरी चांदी चांदी हो गई,
मैं सोया भाग जगा गया बाला जी के मंदिर में
बाबा है दया का सागर ये दानी देव निराला,
सारे जग का है दाता ये तो है बड़ा मत वाला,
मैं तृष्णा मन की मिटा गया बाला जी के मंदिर में,
मैं दुनिया छोड़ के आ गया बाला जी के मंदिर में,
साकार हुआ मेरा सपना किस्मत का खुल गया ताला,
मेरे सारे दुःख कट गया मिला जब से घाटे वाला
मैं दिल की बात बता गया बाला जी के मंदिर में,
मैं दुनिया छोड़ के आ गया बाला जी के मंदिर में,
कलयुग में बाला जी का भाई पूरा जोर रहेगा,
बस इनकी धूम रहेगी इनका ही शोर रहेगा,
संजय जयकारा ला गया बाला जी के मंदिर में,
मैं दुनिया छोड़ के आ गया बाला जी के मंदिर में,