किशोरी कुछ ऐसा कर वा दो
रंगीली कुछ ऐसा कर वा दो ,,
वृन्दावन में प्रेम झोपड़ियां मेरी छव वा दो,
किशोरी कुछ ऐसा कर वा दो
उठ ते ही तेरे दर्शन पाउ,
दिन भर तेरो हुकम भजाउ,
जन्म जन्म की पाप गठरिया मेरी धुलवा दो,
किशोरी कुछ ऐसा कर वा दो
जब जब होये आरती तेरी
गूंजे प्रेम झोपड़ियां मेरी,
यमुना जी के तीर श्याम की मुरली सुनवा दो,
किशोरी कुछ ऐसा कर वा दो
तेरी धुन में जीवन बीते जित देखु तित तू ही दिखे,
मेरे रोम रोम में राधे राधे लिखवा दो,
किशोरी कुछ ऐसा कर वा दो ,
जीते जी ब्रिज धाम न छूटे ,
मिले कोर तेरे खाने को झूठे,
बरसाने की रज से चंदन टिका लगवा दो,
किशोरी कुछ ऐसा कर वा दो