रंग रंगीली छेलछबीली अद्भुत सुंदर माता मेरी
बरसाती है कितनी खुशियाँ सुगड सलोनी माता मेरी
जगदम्बे कोमल मोहनी नारायणी परमेश्वरी.
जगराता करवाऊ अब तो गीतों को गाऊ अब तो
माता भवानी हर रूपों में भाये मुझको,
चंचल की पीड़ा को हरने आ जाती है माता मेरी
रंग रंगीली छेलछबीली अद्भुत सुंदर माता मेरी
जगदम्बे कोमल मोहनी नारायणी परमेश्वरी.
चुनरी उडाओ माँ को बिन्दिया लगाऊ अब तो
माता ये मेरी हर रूपों में भाये मुझको
हर दिन देखो नव रूपो में आ जाती है माँ मेरी,
रंग रंगीली छेलछबीली अद्भुत सुंदर माता मेरी
जगदम्बे कोमल मोहनी नारायणी परमेश्वरी.