परिवार मेरा तेरे हवाले खाटू वाले हो खाटू वाले
चलना साथ साथ कान्हा मेरी राहो में
अगर गिर मैं जाऊ आकर उठा लेना बाहों में
तेरे सिवा मुझको कौन सम्भाले,
खाटू वाले हो खाटू वाले
मुझको डर है तो केवल संसार का,
क्यों की हमारे सिर पे भोज परिवार का
थोडा भोज मेरा तू भी उठा ले
खाटू वाले हो खाटू वाले
तू तो हारे का साहरा मेरा श्याम है
इक मैं अकला बेदडक और लाखो काम है
जरा हाथ मेरा तू भी बटा ले
खाटू वाले हो खाटू वाले