आ श्याम शरण में प्यारे, आ श्याम शरण में प्यारे
फसा क्यूँ दुनिया की, फसा क्यूँ दुनिया की उलझन में
झूठी ये दुनियादारी मतलब की है सब यारी
यहाँ सब धोखे है जीवन में
मेरे श्याम का सच्चा द्वारा, हारे का बने सहारा
तेरे दुख दर्द मिटे, तेरे दुख दर्द मिटे एक छण में
मेरे श्याम से क्या शर्माना, सब दिल का हाल बताना
बोलना खुलकर के, बोलना खुलकर के जो है मन में
करै भीम सैन मत देरी , हर बात सुनेगा तेरी
झुकाले सिर को तू, झुकाले सिर को तू चरणन में