आयी आयी दिवाली ल्याई खुशियां लिछमी माय
जगमग जगमग चमके दिवाला,
ओमायड़ जगमग जगमग ......
सरद पूनम न .... खीर बनावाँ ॥
चन्द्रमा की चांदनी श्यु इमरत पावा ॥
हो आसी.... लिछमी मैया जी होसी आनदउछाव ॥ जगमग
घर को हर कोनो चमकावां॥
धन तेरस धकनवन्तरी मनवां ॥
हो नयावस्त्र आभूषण मंगावा म्हारी माय ॥
जगमग जगमग चमके ..........
चौक पुरावा और रंगोली सज़ावा ॥
ऊँची अट्टारी जगमग दीप जगावां ॥
हो सारो जग उजियारो हो ज्यावे म्हारी माय ॥
जगमग जगमग चमके ........
राम राज्य ओज्यु आ जावे ॥
हर घर मं माँलिछमी आवे ॥
हो म्हे तो अन्नकूट भोग लगावा म्हारी माय ॥
जगमग जगमग चमके दिवला.....