बाबोसा ,चुरू वाले , भक्तो के , रखवाले
जो द्वार आया , उसी ने तेरा प्यार पाया
सच्चे दिल से , जयकारा , बाबोसा , ये तुम्हारा
जिसने लगाया , उसी ने तेरा प्यार पाया
जो द्वार आया , उसी ने तेरा प्यार पाया
वो चुरू नगर जहाँ धाम है ,
श्री बाबोसा जिनका नाम है
जो सच्चे मन से याद करे ,आते ये उनके काम है
दुखः हरता , सुख करता , भक्तो की , झोली भरता
माँ छगनी का जाया , अजब है तेरी माया
जो द्वार आया , उसी ने तेरा प्यार पाया
वर बालाजी से पाया है ,
कलयुग का देव कहाया है
फिर बाबोसा के नाम से ,
ये इस दुनिया मे पूजाया है
हो..महिमा भारी , है तुम्हारी , ध्य्यावे जग के नर नारी
जिसने ने सर को झुकाया , पाई कृपा की है छाया ।
जो द्वार आया , उसी ने तेरा प्यार पाया
करदो मुझपे भी एक नजर
तेरे दर आऊ सब छोड़कर
फिर तेरी भक्ति में होके मगन , तेरा हो जाऊं में दिलबर
मेरे हमदम , कहे विक्रम , तेरी कृपा , रहे हरदम
अरदास लाया , शरण मे तेरी आया
जो द्वार आया , उसी ने तेरा प्यार पाया
बाबोसा ,चुरू वाले , भक्तो के , रखवाले
जो द्वार आया , उसी ने तेरा प्यार पाया
हो सच्चे दिल से , जयकारा , बाबोसा , ये तुम्हारा
जिसने लगाया , उसी ने तेरा प्यार पाया
बाबोसा ,चुरू वाले......
✍️ दिलीप सिंह सिसोदिया
" दिलबर '
नागदा जक्शन