हे अम्बे जगदम्बे माता तेरे बालक तुझे बुलाते है तेरी जय जय लगाते है,
मैया तू जग जगनी माता ममता सब पर बरसाती है
भगतो के सब दुःख हर के माँ अपनी किरपा दिखलाती है
तेरी महिमा बड़ी निराली माँ
चरणों में शीश जुकाते है तेरी जय जय कार लगाते है
हे अम्बे जगदम्बे
बांजन को देती है बेटा निर्धन को देती है माया,
कोडिन को देती है काया फल पाए जो तेरे दर आया
तेरे दर पे भिखारी और राजा दोनों ही शीश जुकाते है तेरी जय जय कार लगाते है
हे अम्बे जगदम्बे