जिसे तेरी किरपा का श्याम सहारा मिल गया बाबा,
उसे मझधार में भी श्याम किनारा मिल गया बाबा,
जिसे तेरी किरपा का श्याम
हुई जब जंग घरहाघज पुकारा था घज ने तुमको
करी फिर तुम ने थी किरपा सहारा दे दिया घज को
तभी करहा से घज को भी छुटकारा मिल गया बाबा
जिसे तेरी किरपा का श्याम.....
हुई लाचार जब द्रोपती फसी जब बीच कोरव के,
पुकारी फिर वो बेहन तुम्हे है बाबा श्याम रो रो के
बचाए लाज फिर तुम ने आकर के खूब विरहे बाबा
जिसे तेरी किरपा का श्याम
जिसे विस्वाश तुम पर है उसे तेरा सहारा है
कोई भी लाख करे कोशिश वो जीते जी न हारा है
कहे शिवू हमे भी वो द्वारा मिल गया बाबा
जिसे तेरी किरपा का श्याम