तू है हारे का सहारा मेरे सांवरे,
मुझे चाहिए सहारा तेरे नाम का,
यही अर्जी है तेरे दरबार में,
मुझे सेवक बना ले खाटू धाम का,
तू है हारे का सहारा मेरे साँवरे.....
ना तो मांगू सोना चांदी,
हिरे मोती तुमसे मैं,
ना ही चाहूँ मान सम्मान मैं,
करूँ गुणगान तेरा,
बैठ तेरे चरणों में,
इतना ही मांगू वरदान मैं,
तेरी सेवा में रहूँगा दिन रात मैं,
कभी नाम ना लूँगा विश्राम का,
यही अर्जी है तेरे दरबार में,
मुझे सेवक बना ले खाटू धाम का,
तू है हारे का सहारा मेरे साँवरे......
उठके सवेरे नित,
बाबा तेरे मंदिरों को,
पलकों से अपनी बुहांरुंगा,
गंगाजल मिले या ना,
मिले तेरे चरणों को,
आंसुओ से अपने पखारूँगा,
तेरी रजा में रहूँगा सदा राजी मैं,
है ये वादा बाबा तेरे इस गुलाम का,
यही अर्जी है तेरे दरबार में,
मुझे सेवक बना ले खाटू धाम का,
तू है हारे का सहारा मेरे साँवरे......
टूट जाए डोर चाहे,
बाबा मेरी साँसों की ये,
तोडूंगा ना तेरा विश्वास मैं,
मर्जी है तेरी चाहे,
रखे जिस हाल मुझे,
बनके रहूँगा तेरा दास मैं,
तेरी सेवा से करूँ जो इंकार मैं,
फिर जीवन मेरा है किस काम का,
यही अर्जी है तेरे दरबार में,
मुझे सेवक बना ले खाटू धाम का,
तू है हारे का सहारा मेरे साँवरे......