मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान xll
*दो दिन का मेहमान,,,
मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान xll
जोरु लड़का, कुटम्ब कबीला,
दो दिन का, तन मन का मेला ll
*अंत काल हँस, जाए अकेला,
तज माया मंडाण,,,
मन नेकी कर ले,,,,,,,,,,,,,,,,,
कहाँ से आया, कहाँ जाएगा,
तन छूट मन, कहाँ समाएगा ll
*आखिर तुझको, कौन कहेगा,
गुरु बिना आत्मज्ञान,,,
मन नेकी कर ले,,,,,,,,,,,,,,,,,
कौन तुम्हारा, सच्चा साईं,
झूठी है यह, जग हंसनाई ll
*कौन ठिकाना, है तेरा भाई,
क्या बस्ती क्या नाम,,,
मन नेकी कर ले,,,,,,,,,,,,,,,,,
रहत माल, कूप जो भरता,
आवत जावत, भरा वो रीता ll
*युगों युगों से, मरता जीता,
क्यों करता अभिमान,,,
मन नेकी कर ले,,,,,,,,,,,,,,,,
लख चौरासी, भोगे तासा,
ऊँच नीच घर, लेता वासा ll
*कहत कबीर, सुनो भाई साधो,
ले ले गुरु का नाम,,,
मन नेकी कर ले,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल