शांति कीजिये शांति कीजिये
जल में थाल में और गगन में,
अंतरिक्ष में अगनी पवन में
शांति कीजिये शांति कीजिये ,
शांति कीजिये शांति कीजिये
औशदी वनस्पति बन उपबन में,
सकल विशव के जढ़ चेतन में
शांति कीजिये शांति कीजिये
शांति कीजिये शांति कीजिये
नागर ग्राम में और भवन में
जीव मात्र के तन मन में,
शांति कीजिये शांति कीजिये ,
शांति कीजिये शांति कीजिये
और जगत के हर कण कण में
प्रभु त्रिभुवन में
शांति कीजिये शांति कीजिये