धुन-आ लौट के आजा मेरे मीत
मेरी विनती सुनो गणराज ll,
मुझे बस तेरा सहारा है ll
*मेरे बिगड़े बना दो काज ll,
मुझे बस तेरा सहारा है,,,
( मेरी विनती सुनो गणराज,
मुझे बस तेरा सहारा है )
मेरी विनती सुनो,,,,,,,
लम्बे सफ़र में, मुश्किल डगर में,
तूने किया है उजाला l
रास्ता दिखाया, चलना सिखाया,
तूने हमेशा संभाला l
सारे जग में है तेरा राज,,, ll,
मुझे बस तेरा सहारा है l
*मेरे बिगड़े बना दो काज ll,
मुझे बस तेरा सहारा है,,,
( मेरी विनती सुनो गणराज
मुझे बस तेरा सहारा है )
मेरी विनती सुनो,,,,,,,
दुनियाँ के मेले, पर हम अकेले,
कोई भी संगी ना साथी l
तूँ संग ऐसे, रहता है जैसे,
दीपों में रहती है बाती l
मैं सुर हूँ, तूँ मेरा साज़,,, ll,
मुझे बस तेरा सहारा है l
*मेरे बिगड़े बना दो काज ll,
मुझे बस तेरा सहारा है,,,
( मेरी विनती सुनो गणराज,
मुझे बस तेरा सहारा है )
मेरी विनती सुनो,,,,,,,
मेरी ये आशा, हो ना निराशा,
विश्वास टूटे ना मेरा l
वरदान दे के, शुभ ज्ञान दे के,
जीवन में कर दो सवेरा l
मेरे भाग जगा दो आज,,, ll,
मुझे बस तेरा सहारा है l
*मेरे बिगड़े बना दो काज ll,
मुझे बस तेरा सहारा है,,,
( मेरी विनती सुनो गणराज
मुझे बस तेरा सहारा है )
मेरी विनती सुनो,,,,,,,
अपना बेगाना, तूने ना जाना,
तूने निभाए हैं नाते l
निर्धन भिखारी, राजा पुजारी,
तुझको सभी लोग भाते l
तूँ सबकी बचाए लाज ll,
मुझे बस तेरा सहारा है l
*मेरे बिगड़े बना दो काज ll,
मुझे बस तेरा सहारा है,,,
( मेरी विनती सुनो गणराज
मुझे बस तेरा सहारा है )
मेरी विनती सुनो,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तीभोपाल