भक्तो गाओ मंगल गीत मेरे घर गूंजा संगीत,
रिद्धि सीधी संग विघन हरता आये है ,
शुभ लाभ संग विघन हरता आये है
आज मेरे घर मंगल करता आये है,
जब मेरे भप्पा के कदम पड़े तो महका घर और आँगन,
बिन मांगे मेरे गणपति भप्पा भर दियां मेरा आंगन,
भुधि विनायक पालन करता आये है,
आज मेरे घर मंगल करता आये है,
ॐ गण गणपति जपते जपते जीवन को नै डगर मिली,
अपनों ने जब ठुकराया तो गेरो की भी कदर मिली,
दीं बंधू मालिक दुःख हरता आये है,
आज मेरे घर मंगल करता आये है,
गाइये गणपति जग बंधन शंकर सुमन भवानी के नंदन,
सीधी सदन गजवदन नायक किरपा सिंधु सूंदर सब लायक,
भरन पोषण करने जग भरता आये है,
आज मेरे घर मंगल करता आये है,
मोदक प्रेम मंगल दाता विद्याया भार बुध्दि विद्याता,
माँगत मांगे तुलसी दास कर जोरे वसी राम सी मानस मोरे,
भजनो में देवेंदर के सुख करता आये है
कलेश देवेंदर जग करता आये है,
आज मेरे घर मंगल करता आये है,