नहीं तुमसे कोई महान गजानंद गणपति,
करते सबका कल्याण गजानंद गणपति,
देवो के तुम देव निराले,
भगतो के तुम ही रखवाले,
शिव गोरा के वरदान,
गजानंद गणपति........
तुम करता तुम अंतर यामी,
घट घट तुम जानो स्वामी,
तेरी सबसे अगल पहचान,
गजानंद गणपति....
जिस पर तेरी किरपा होगी,
पत्थर भी बन जाये मोती,
ऐसा देदो वरदान
गजानंद गणपति....
आओ हमारे घर में आओ,
शर्मा के भी काम बनाओ,
दीपक करता गुण गान,
गजानंद गणपति....