बाँध के घुंगरू पैरो में तेरा मस्ती में हर दम रेहना
तू छम छम नाचे राम भगत हे राम भगत तेरा क्या केहना
सिया राम की धुन में रेहते मस्त मगन मत वाला है
माथे मुकट और गल में माला माँ अंजनी का लाला है
हे सालासर के बाला जी तुम भक्तो के अंग संग रेहना
तू छम छम नाचे राम भगत हे राम भगत तेरा क्या केहना
हे वीर पराकमी हनुमान तुम सिया राम के प्यारे हो
पवन पुत्र हनुमान तूने कर दिए वारे न्यारे हो
एंडी दया राजू पंजाबी को तेरे चरणों में रेहना
तू छम छम नाचे राम भगत हे राम भगत तेरा क्या केहना