कीर्तन में बाबा आयो रे रंग न्यारा लगा बरसने,
पैर पैजनिया छम छम बाजे राम दीवाना मस्ती में नाचे
गुण भगती राम का गाओ रे रंग प्यारा लगा बरसने
कीर्तन में बाबा आयो रे रंग न्यारा लगा बरसने
कर बैठा सिंदूरी काया कैसा सुंदर रूप बनाया
सोटा को खूब घुमायो रे रंग प्यारा लगा बरसने
कीर्तन में बाबा आयो रे रंग न्यारा लगा बरसने
मेहंदीपुर सरकार हमारा भगतो का भगवान ये प्यारा
सब का ही भाग्य जगायो रे रंग प्यारा लगा बरसने
कीर्तन में बाबा आयो रे रंग न्यारा लगा बरसने
अरे हम दे जा झांकी का दर्शन राज मेहर भी हो गया परसन,
राजू ने महिमा गई रे रंग न्यारा लगा बरसने
जगराते में बाबा आयो रे रंग न्यारा लगा बरसने