रंग हैं, उमंग हैं, तरंग हैं, आनंद हैं,
क्योंकि मेरे संग संग हैं नाकोड़ा भैरवनाथ ।
लगन हैं, मगन हैं, जीवन चमन हैं,
क्योंकि मेरे संग संग हैं नाकोड़ा भैरवनाथ ॥
बड़े कृपालु, बड़े दयालु हैं ये भैरवनाथ,
चिंता चुरे, वांछित पुरे, भर भर दे सौगात ।
दुखड़े मिटाते, सुख बरसाते, इनकी अलग हैं बात,
हाथ पकड़ ले तो नहीं छोड़े भक्तों का ये साथ ॥
चरण शरण हैं, नहीं कोई गम हैं,
क्योंकि मेरे संग संग हैं नाकोड़ा भैरवनाथ..
जब से जीवन मे आए हैं भैरूजी सरकार,
आंगन मेरा महक रहा हैं, चहक रहा परिवार ।
आई हैं लाली चेहरे पर, खील गई हैं मुस्कान,
बरस रही खुशियां जीवन मे, बरस रहा धन-धान ॥
भक्तों पे मेहर हैं, लीला लहर हैं,
क्योंकि मेरे संग संग हैं नाकोड़ा भैरवनाथ..