विश्वकर्मा, विश्वकर्मा,
ये मशीने, ये पुर्जे,
ये फरमा ना होते,
अगर विश्व में,
विश्वकर्मा ना होते।।
विश्वकर्मा भगवान् की जय।
ये कल कारख़ाने,
ये मज़दूर मिलें,
ये छैनीं हथौड़े,
ये पेंच और कीलें,
ये टाटा और पेलको,
ये मज़दूर मिलें,
ये छैनीं हथौड़े,
ये अद्भुद हुनर,
कारीगर ना होते,
अगर विश्व में,
विश्वकर्मा ना होते।।
ये विज्ञान का ज्ञान,
दुनियाँ से जुड़ना,
जहाजों का उड़ना,
ईशारों से मुड़ना,
चमत्कार ये,
दुनियाँ भर में ना होते,
अगर विश्व में,
विश्वकर्मा ना होते।।
ये बिल्डिंग ये इमारत,
ये बाइक ये कारें,
नई सभ्यता के,
ये सुन्दर नजारे,
सुशोभित हमारे,
घरों में ना होते,
अगर विश्व में,
विश्वकर्मा ना होते।।
है अद्भुद बहुत,
बेधड़क इनके अंशज,
कला में निपुण,
विश्वकर्मा के वंशज,
ए लक्खा ये शर्मा,
ये वर्मा ना होते,
अगर विश्व में,
विश्वकर्मा ना होते.....