हुन आजा श्यामा वे सौंह है तैनू प्यार दी,
तू की जाने किवे मैं कटदी घड़िया इंतज़ार दी......
निक्की निक्की बुंद मीह पया बरसे
श्याम मिलन नु दिल मेरा तरसे
मैं रस्ता पई निहार दी
हुन आजा श्यामा वे.............
कोठे चढ़ चढ़ काग उडावा,
लिख लिख चिट्ठियां श्याम नु पावा,
मैं श्याम नु निहार दी,
हुन आजा श्यामा वे.............
सुत्ती पई नु सुपना आया,
सुपने दे विच श्याम है आया,
अख खुली ते मोहिना नज़र ना आया,
मैं रह गई वाजा मार दी,
हुन आजा श्यामा वे.............