ओ माँ की भगती में हो ध्यान,
कर्म ते हटिये मत ना।।
पहला फल तन्ने कन्या मिलेगा,
घना तू पछतिये मत ना,
ओ माँ की भगती में हो ध्यान,
कर्म ते हटिये मत ना।।
दूजा फल धन माया मिलेगी,
किसी नै सताईये मत ना,
ओ माँ की भगती में हो ध्यान,
कर्म ते हटिये मत ना।।
तीजा फल तन्ने मिलेगी फ़कीरी,
तू कान पड़िेये मत ना,
ओ माँ की भगती में हो ध्यान,
कर्म ते हटिये मत ना।।