जय माँ जय माँ बोल तू तर जाएगा
जब दर मैया के जाएगा जब माँ के दर्शन पायेगा
जय माँ जय माँ बोल तू तर जाएगा
ना कर भगता इतना सोच विचार
माँ का नाम लगाये भव से पार
तू नाम ले सुबह शाम ले माँ के चरणों को थाम ले फिर भव सागर तर जाएगा
जय माँ जय माँ बोल तू तर जाएगा
माँ बच्चो की सुनती है हर बात
करती है पूरी भगतो की आस
तू मना के देख दर जा के देख
तू दिल का हाल सुना के देख खाली झोली भर लाये गा
जय माँ जय माँ बोल तू तर जाएगा
जब जुड़ जाए माँ से दिल की तार सारा जग लगता है फिर बेकार
तू आस रख विस्वाश रख माँ के दर्शन की प्यास रख फिर माँ का दर्शन पायेगा
जय माँ जय माँ बोल तू तर जाएगा