राम राम राम भजो राम भजो भाई ।
राम भजन बिन, जीवन सदा दुखदायी॥
अति दुर्लभ मनुज देह सहज ही पायी ।
मुर्ख रहो राम भूल, विषयन मन लायी ॥
बालकपन दुःख अनेक भोगत ही विसारी ।
स्त्री सुत्त धन की अपार चिंता करना नाही ॥
राम नाम जपत त्रिविद ताप जगन साई ।
राम नाम मंगल करन सब विधि सुखदायी ॥
प्रेम मगन मन से सकल कामना विहारी ।
जो ही जपत राम नाम सोई मुख कृपा पायी ॥