आये हैं राम मेरे राम राम,
आये हैं राम मेरे राम राम,
आये हैं राम मेरे राम राम,
आये हैं राम मेरे राम राम………
कितनी बरस रहे,
दूर वो घर से,
जिनके दर्श को,
नैना तरसे,
देश ये सारा,
कहने को उनका,
पर ना मिला,
एक भूमि का तिनका,
समय का पहिया,
घूम गया फिर,
पहुंचा अयोध्या,
उनका नाम………
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम………
दीप जलाओ,
मंगल गाओ,
नाम जपो सब,
सुबह शाम,
राह में प्रेम की,
फूल सजाओ,
मिलकर बोलो,
जय सियाराम,
खत्म हुई,
वनवास की अवधी,
अपने घर में आये राम………
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम………
गंदगी नदिया से धो पावन,
आई शीला है शालिग्राम,
उसमे बसे हैं दशरथ नंदन,
कौशल्या मां के श्री राम,
खत्म हुई,
वनवास की अवधी,
अपने घर में आये राम………
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम,
आये राम मेरे राम मेरे राम……