जय हो तेरी मेरे वीर हनुमन्ता,
जग में तेरा जय हनुमान जय हनुमान,
जग में तेरा ही बाजे डंका,
जय हो तेरी मेरे वीर हनुमन्ता॥
तीनो ही लोको में है महिमा तुम्हारी,
कष्ट मिटाते तुम जन जन का,
जय हो तेरी मेरे वीर हनुमन्ता॥
रुद्र रूप शिव जी के तुम हो निराले,
ज्ञान तुम्हे प्रभु है घट घट का,
जय हो तेरी मेरे वीर हनुमन्ता॥
प्रभु श्री राम के मन में बसे तुम,
तुम बिन सार नही जीवन का,
जय हो तेरी मेरे वीर हनुमन्ता॥
अंजनी के प्यारे हम सेवक है तुम्हारे,
दया करो हम पर भगवंता,
जय हो तेरी मेरे वीर हनुमन्ता॥