अंजनी के लाल हनुमान बाला जी मेरी नैया लगा दो पार,
पवन पुत्र हनुमान बाला जी मेरी नैया लगा दो पार,
भटक रहा हु मैं मारा मारा,
जाऊ बाला जी अब किसके द्वारा,
अरे नैया के बनो पतवार बाला जी मेरी नैया लगा दो पार,
अंजनी के लाल हनुमान बाला जी मेरी नैया लगा दो पार,
बीच भवर में नाव फसी है गहरे कुंड में जाए दसी है,
अरे नैया के बनो पतवार बाला जी, मेरी नैया लगा दो पार,
आज है दर पे भगता आये,
आज से अपने ताली भजाये,
अरे ताली की रखलो लाज बाला जी
मेरी नैया लगा दो पार,.