श्री राम तुम्हारे चरणों में मेरी चारो धाम है,
जीवन तेरे नाम है,
राम तुम्हारे नाम से ही दिन राते मेरी शाम है॥
राम तुम्हारे चरणों में....।
दशरथ नंदन राम प्रभु माँ कौशल्या के प्यारे हो,
हाथ धनुष है कानन कुण्डल मुकुट शिश पे धारे हो,
ये विष्णु ये श्याम है मेरे चारो धाम है,
राम तुम्हारे नाम से ही दिन राते मेरी शाम है........
प्रभु राम की महिमा का कोई भी पार ना पाया है,
शबरी को तारा तुमने पत्थर को नार बनाया है,
चरणों में प्रणाम है मेरे चारो धाम है,
राम तुम्हारे नाम से ही दिन राते मेरी शाम है........
हे रघुराई श्रीराम हो मर्यादा पुरुषोतम तुम,
प्राण जाये पर वचन ना जाये श्रीराम सवोतम तुम,
ऊची जिसकी शान है मेरे चारो धाम है,
राम तुम्हारे नाम से ही दिन राते मेरी शाम है........
राम तुम्हारे चरणों में जीवन अपना ये बिताऊँ मैं,
विनति करता हूँ मैं हर पल राम भजन ही गाऊ मैं,
जग करता गुणगान है मेरे चारो धाम है,
राम तुम्हारे नाम से ही दिन राते मेरी शाम है........
श्री राम तुम्हारे चरणों में मेरी चारो धाम है,
जीवन तेरे नाम है,
राम तुम्हारे नाम से ही दिन राते मेरी शाम है॥
राम तुम्हारे चरणों में....।