किसने सजाया, तेरा भवन xll
"बड़ा प्यारा लागे, बड़ा सोहना लागे" xll
ये हार गुलाबी ( मईया जी )
किसने पहनाया ( मईया जी )
माथे पर केसर ( मईया जी )
तिलक लगाया ( मईया जी )
चरणो मे तेरे, करते नमन,
भक्तो पे करदो नज़रों कर्म,
"बड़ा प्यारा लागे, बड़ा सोहना लागे" xll
ये लाल चुनरिया ( मईया जी )
किसने पहनाई ( मईया जी )
बड़ी सुंदर तेरी ( मईया जी )
है मूर्त सजाई ( मईया जी )
माँ दे दो सहारा, करते भजन ll,
"बड़ा प्यारा लागे, बड़ा सोहना लागे" xll
जो सिमरन तेरा ( मईया जी )
बड़े प्यार से करते ( मईया जी )
उनके तो बेड़े ( मईया जी )
हैं पार उतरते ( मईया जी )
दर्शन को तेरे, तरसे नयन ll,
"बड़ा प्यारा लागे, बड़ा सोहना लागे" xll
तेरे दर पर जिसने ( मईया जी )
झोली फैलाई ( मईया जी )
तुम ने तो मईया ( मईया जी )
तकदीर बनाई ( मईया जी )
मुझको बुला ले, अपने भवन ll,
"बड़ा प्यारा लागे, बड़ा सोहना लागे" xll