जैसी हम अलबेली ऐसे सैया ना मिले,
जटाधारी शंभू पति मोहि को मिले....
शीश भोले के जटा बिराजे,
जटाओं से गंगा सारे जग में बहे,
जटाधारी शंभू पति....
माथे भोले के चंदा बिराजे,
चंदा की चमक सारे जग में फैले,
जटाधारी शंभू पति.....
गले भोले के सर्पों की माला,
नागों का जहर सारे जग में फैले,
जटाधारी शंभू पति.....
अंग भोले के बाघमबर सोहे,
भभूति रमा के भोलेनाथ वो बने,
जटाधारी शंभू पति....
संग भोले के भूत प्रेत साजे,
ढाल तलवार उनके बाजे है बने,
जटाधारी शंभू पति.....
संग भोले के नंदी बिराजे,
नंदी पर बैठ भोले दूल्हा बने,
जटाधारी शंभू पति.....