भोले ओ भोले,
आया दर पे मेरे सिर पे,
ज़रा हाथ तू फिर दे,
मेरे भाग को जगा दे,
सारे जग का तू विदाता कहते है लोग सारे देवो में महा देवा,
सब वश में है तुम्हारे
तू तो बाबा अंतर यामी मेरी पीड़ा क्यों नहीं जानी भेद है क्या बतला दे,
ज़रा हाथ तू फिर दे मेरे भाग को जगा दे,
तू करता तू धर्ता तू ही संगार करता,
सुनता हु मैं दर पे सबका ही काम बनता,
ओ केलशी ओ अविनाशी,
मेरी अँखियाँ फिर क्यों प्यासी,
प्यास तू इनकी भुजा दे,
ज़रा हाथ तू फिर दे मेरे भाग को जगा दे,
श्रिस्ति के कण कण में बस तेरा ओमकारा,
सबको तू प्यार करता क्या मैं नहीं हु प्यारा,
हाथ जोड़ कर तुम मनाऊ,
कैसे भोले तुझको पाउ श्याम को ये बतला दे,.
ज़रा हाथ तू फिर दे मेरे भाग को जगा दे,