राम नाम निश दिन जपले रे,
राम नाम ही सार है,
राम नाम बिन सारा जीवन ,
का जीवन बेकार है।।
राम ही सबका सुखदाता,
राम नाम सुखदायी है,
राम नाम जपले निश वासर,
राम नाम फलदायी है,
राम ने ही तो जगत बनाया,
राम ही पालन हार है,
राम ही रक्षा करने वाला,
हम सबका करतार है,
राम नाम बिन सारा जीवन ,
का जीवन बेकार है.....
राम है मात पिता हम सबका,
राम ही जीवन दाता है,
उसने हमको जनम दिया है,
वो ही भाग्य विधाता है,
राम की है ये सारी राया,
राम ही सिरजन हार है,
राम बिना एक हिले न पत्ता,
वो ऐसी सरकार है,
राम नाम बिन सारा जीवन,
का जीवन बेकार है.....
राम ही है कण कण में समाया,
राम की सारी माया है,
चींटी से हाथी तक को रे,
उसी राम ने जाया है,
राम की लीला जग में "राजेन्द्र",
बड़ी ही अपरम्पार है,
शरण मे आता है जो उसकी,
कर देता भव पर है,
राम नाम बिन सारा जीवन ,
का जीवन बेकार है.....