^ज्योत जगे,,,,, ज्योत जगे,,,,, ,
ज्योत जगे दिन रात, मईया जी तेरी ज्योत जगे ll
नूर, सदा तेरे भवन पे बरसे l
दर्शन, करने को मन तरसे l
सुनो, ज्वाला मात, मईया जी तेरी ज्योत जगे l
ज्योत जगे दिन रात, मईया जी तेरी ज्योत जगे ll
तेरी ज्योत, ज्वाला रानी, "तन मन शीतल, करे भवानी" l
भक्तों के सब, संकट हरदो, "करदो जी माँ, अम्बे करदो" ll
खुशियों, की बरसात, मईया जी तेरी ज्योत जगे l
ज्योत जगे दिन रात, मईया जी तेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,,F
वोह अंबर के, चाँद सितारे, "किए ज्योत ने, रौशन सारे" l
जग में है, उजाला जिसका, "मैं भी दर्शन, कर लूँ उसका" ll
कब, होगी प्रभात, मईया जी तेरी ज्योत जगे l
ज्योत जगे दिन रात, मईया जी तेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,,F
यह सारी ही, दुनियां फ़ानी, "तेरी ज्योत की, है दीवानी" l
बिना तेल और, बिना ही बाती, "ज्योत सदा, प्रचंड है दाती" ll
तेरी, क्या है बात, मईया जी तेरी ज्योत जगे l
ज्योत जगे दिन रात, मईया जी तेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,,F
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल