दो पंख दिए होते माँ, दो पंख दिए होते,
तो उड़ के आता तेरे दरबार माँ,
तेरे चरणों में गिर के मैं लेता जन्म सुधार माँ,
दो पंख दिए होते माँ... दो पंख दिए होते,
दो पंख दिए होते....
तेरी ज्योत की किरणों से अंधकार मेरा मिटता,
तेरी भक्ति की गंगा में मन दर्पण ये खिलता,
जय जय माँ जय जय माँ,
जय जय माँ जय जय माँ,
इन प्यासे नैनो से माँ, इन प्यासे नैनो से,
मैं जी भर करता तेरा दीदार माँ,
तेरे चरणों में गिर के मैं लेता जन्म सुधार माँ,
दो पंख दिए होते माँ.... दो पंख दिए होते,
दो पंख दिए होते......
कुछ अपनी कह लेता कुछ तेरी सुन लेता,
तेरी दया के मोती माँ नसमस्तक चुन लेता,
जय जय माँ जय जय माँ,
जय जय माँ जय जय माँ,
इस जीवन को मिलता माँ,
इस जीवन को मिलता तेरा खुशियों का संसार माँ,
तेरे चरणों में गिर के मैं लेता जन्म सुधार माँ,
दो पंख दिए होते माँ... दो पंख दिए होते,
दो पंख दिए होते....