हो गुफा से बाहर आजा, तेरे नवरात्रे आए ll
तेरे नवरात्रे आए मईया, तेरे नवरात्रे आए
सब को दरस दिखा जा, तेरे नवरात्रे आए
हो गुफा से बाहर आजा,,,,,,,,,,,,,,,,,
तेरे भक्तों ने तेरा, भवन सजाया, भवन सजाया
ज्योत जगा के तुझे, चौकी पे बिठाया, चौकी पे बिठाया
ज्योति में झलक दिखा जा, तेरे नवरात्रे आए
हो गुफा से बाहर आजा,,,,,,,,,,,,,,,,,
तेरे भक्तों ने तेरा, चोला बनाया, चोला बनाया
गोटे किनारी से, उस को सजाया, उस को सजाया
चोले में दरस दिखा जा, तेरे नवरात्रे आए
हो गुफा से बाहर आजा,,,,,,,,,,,,,,,,,
तेरे भक्तों ने मईया, भेंट चढ़ाई, भेंट चढ़ाई
करो स्वीकार इसे, हे महाँ-माई, हे महाँ-माई
तूँ आ के भोग लगा जा, तेरे नवरात्रे आए
हो गुफा से बाहर आजा,,,,,,,,,,,,,,,,,
तेरे भक्तो ने तेरी, की है अरदास माँ, की है अरदास माँ
पूरी करदो अब, भक्तों की आस माँ, भक्तों की आस माँ
नैनो की प्यास बुझा जा, तेरे नवरात्रे आए
हो गुफा से बाहर आजा,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोड करता- अनिल भोपाल बाघीओ वाले