चलो चले मैया के,
सांचे दरबार,
सांचे दरबार,
जहा सबका होता,
है बेड़ा पार,
चलो चले मैया के,
सांचे दरबार,
सांचे दरबार,
जहा सबका होता,
है बेड़ा पार......
दुर्गा सबकी करती है,
पूरी मनोकामना,
साहस इतना देती,
किसी से भी कर लो सामना,
कर लो सामना,
कभी न किसी से होगी हार,
चलो चले मैया के,
सांचे दरबार,
सांचे दरबार,
जहा सबका होता,
है बेड़ा पार.......
शस्त्रों से शोभित,
सदा रहती है दुर्गा माँ,
हर मुश्किल से रक्षा,
करती है दुर्गा माँ,
करती है दुर्गा माँ,
अधर्मियों का संहार,
चलो चले मैया के,
सांचे दरबार,
सांचे दरबार,
जहा सबका होता,
है बेड़ा पार.......
चलो चले मैया के,
सांचे दरबार,
सांचे दरबार,
जहा सबका होता,
है बेड़ा पार,
चलो चले मैया के,
सांचे दरबार,
सांचे दरबार,
जहा सबका होता,
है बेड़ा पार.......