अब के बरस तो सांवरिया म्हारा मन की करजे रे,
ओ खाटू वाला श्याम थारे तो जग में चर्चे रे.....
थारे दर पे सांवरिया मैं हर ग्यारस ना आऊं,
श्याम कुंड में नहा कर थारा प्यारा दर्शन पाऊं,
खाटू नगरी घुमा आस म्हारी पूरी करजे रे,
अब के बरस तो सांवरिया म्हारा मन की कर्जे रे.....
मैं भी चाहूँ कोठी बांग्ला घर में कार खड़ी हो,
खर्चे की ना होवे तंगी हर दम सुख की घड़ी हो,
म्हारा संकट श्याम धणी पल में हरजे रे,
अब के बरस तो सांवरिया म्हारा मन की कर्जे रे......
कदे ना बाबा हो झगड़ा सब सु प्रेम बढ़ा दे,
मन में जो भी बसे बुराई सबने दूर भगा दे,
करे चाकरी राकेश थारी कृपा करजे रे,
अब के बरस तो सांवरिया म्हारा मन की कर्जे रे.....