तेरी सवाली सूरत बाबा दीवाना बनाती है,
किसी और को कैसे देखु नजरो में सूरत तेरी है,
तेरी सवाली सूरत बाबा दीवाना बनाती है,
तेरे कजरारे दो नैना नजरो के बाण चलाते,
तेरी नजरो का ये जादू हम लूट लेता पल में,
सुध भुध सब विसराई नजरें मिला के तुमसे,
तेरी सवाली सूरत बाबा दीवाना बनाती है,
तेरी सूरत भोली भाली मेरी जिगर चुरा लेती है,
जब न देखु तुम को बेचैनी सी होती है,
तेरी दया से बाबा बनते है काम मेरे,
तेरी सवाली सूरत बाबा दीवाना बनाती है,
मेरे श्याम धनि सांवरियां तेरी लीला सब से निराली,
कब किसको क्या तू देदे ये तुमने ही जानी,
रही का विशवाश संवारा तुम पर सब से जयदा,
तेरी सवाली सूरत बाबा दीवाना बनाती है,