हरी बामन भेष बनाये बली राजा को छलने आये.....
इनके नन्ने नन्ने हाथ इनके नन्ने नन्ने पांव,
मृग छाला बगल में दबाये,
बली राजा को छलने आये.....
माथे तिलक सोहे. शिर पर छत्र धरे,
हाथौ में कमण्डल झुलाये,
बली राजा को छलने आये.....
कोधे जनेऊ धरे सिर पे चोटी सोहे,
चरणों में खडाऊ सुहाये,
बली राजा को छलने आये.....