राम शरण में आता है जो
वो कृपा तुम्हारी पाता है
राम का नाम लेने भर से
दुखों से वो तर जाता है
वो कृपा तुम्हारी पाता है
राम शरण में जो आता है ...
मन में बसा के प्रभु भक्ति
कलह क्लेश से पाता मुक्ति
संकट से मुक्ति की युक्ति पाता है
राम का नाम लेने भर से
दुखों से वो तर जाता है
वो कृपा तुम्हारी पाता है
राम शरण में जो आता है ...
संवर जाते हैं काज उसके सारे
श्रद्धा भाव से जो राम पुकारे
राम नाम प्यारा तुम्हें लुभाता है
राम का नाम लेने भर से
दुखों से वो तर जाता है
वो कृपा तुम्हारी पाता है
राम शरण में जो आता है ...
करते तुम सदा उपकार बजरंगी
रहता जो प्रभु चरणों का संगी
संग राजीव सदा तुम्हारा पाता है
राम का नाम लेने भर से
दुखों से वो तर जाता है
वो कृपा तुम्हारी पाता है
राम शरण में जो आता है ...
©राजीव त्यागी