मेरा रूठे ना सतगुरु प्यारा, चाहे सारा जग रूठे....
मैं हुं तेरी तूं है मेरा, तुमसे हो जाए प्यार घनेरा,
हो तेरे बिना अंधियारा, चाहे सारा जग रूठे,
मेरा रूठे ना सतगुरु प्यारा....
मुझमें अपना प्रेम बढ़ा दे, मन मंदिर में ज्योत जगा दे,
तेरे प्रेम ने सबको तारा, चाहे सारा जग रूठे,
मेरा रूठे ना सतगुरु प्यारा....
तेरे बिना मैं जी ना पाऊं, तेरे चरणों में रहना चाहूं,
तेरे संग मरना है गवारा, चाहे सारा जग रूठे,
मेरा रूठे ना सतगुरु प्यारा....
तेरे बिना कोई ना साथी, तू ही दीपक तू ही बाती,
तू ही देव हमारा चाहे सारा जग रूठे,
मेरा रूठे ना सतगुरु प्यारा....