देर पे देर लगावे से और जूता पड़वा से,
महारी लाज गवावे से तेरा नाम डुबाबे,
लाख टके की बात संवारा जाट तने समजावे,
ए घडी बांधले श्याम धणी सही समाये पे आवे,
गहना शान बनावे से टाइम नहीं बतावे,
एक घडी के चलते जी क्या कोई शान घटावे,
जितना नाम कमाया उस से जयदा नाम कमावे,
ए घडी बांधले श्याम धणी......
आवे मुशीबत भक्तो में सही समय पर आवे,
लाज बचावन वाला जी देर लगाकर आवे,
बात तेरे से पहली पूंछे तने शर्म ना आवे,
ए घडी बांधले श्याम धणी.....
मोरछड़ी जी हाथ में घडी बांध ली हाथ में,
मोरछड़ी तन्ने प्यारी से देखे से दिन रात के,
घडी देखने के चाकर में मोरछड़ी दिख जावे,
ए घडी बांधले श्याम धणी.......
धीरे धीरे श्याम धनि प्यार घडी से हो ज्यादा,
बनवारी तेरे भगतो का अतवार तेरे पे हो ज्यादा,
मोरछड़ी के सागे भगता घडी का गन वी गावे,
ए घडी बांधले श्याम धणी.....