कभी आया साथी बनकर कभी आया माझी बनकर,
पग पग पर दिया सहारा कई रूप में तूने आकर,
जय श्री श्याम श्री श्याम श्री श्याम,
खाटू वाले बाबा जय श्री श्याम.
जब माँ की याद थी आई गोदी में तूने बिठाया,
जब पिता को याद किया तूने सिर पे हाथ फिराया,
कंधे से कन्धा मिलाया तूने मेरा भाई बनकर,
पग पग पर दिया सहारा कई रूप में तूने आकर,
जब सिर पे मेरे बाबा दुःख के बदल मंडराए,
जो फूल थे मन बगियाँ के बाबा सारे मुरझाये,
पट झड़ में बहारे ला दी बाबा तूने माली बंक कर,
पग पग पर दिया सहारा कई रूप में तूने आकर,
जिस प्यार की खातिर बाबा जन्मो से थामे प्यासा,
शाम कहे तुझे पाकर के पूरी हुई वो अभीलाशा,
पत्थर को हीरा बनाया बाबा तूने जोहरी बन कर,
पग पग पर दिया सहारा कई रूप में तूने आकर,