है गुलशन में तू है बहारो में तू,
मेरे श्याम चाँद और सितारों में तू ,
है पर्वत पे धरती पे आकाश में आकाश में,
तू हर दिल की धड़कन में हर सांस में हर सांस में,
है नजरो में नजारो में तू,
मेरे श्याम चाँद और सितारों में तू ,
है भजनो में ग़जलों ने हर गीत में तू हर गीत में,
तू हारे का साथी है तू हर जीत में,
यह भगतो के प्यारे जय कारो में तू,
मेरे श्याम चाँद और सितारों में तू ,
नगीने में नग में तेरा नूर है तेरा नूर है,
तू कण कण में रहता नहीं दूर है,
एह हीरे में मोती में हारो में तू,
मेरे श्याम चाँद और सितारों में तू,
जहा जोत जलती वही श्याम वही श्याम है,
भक्तो के दिल में तेरा धाम है,
है भोली कहे हज़ारो में तू,
मेरे श्याम चाँद और सितारों में तू ,