बाबा सिद्ध बलि हनुमान देदीयो भगता पे ध्यान,
माता अंजनी का लाल करदो भगता ने निहाल,
बोलो बोलो जी बजरंगी बोलो बोलो हनुमान,
गोरखनाथ ने धुनि रमाई तप सिद्ध पीठ बतलाई,
देदो सिद्ध करो सब काज बाबा अपने भगत का आज,
बोलो बोलो जी बजरंगी बोलो बोलो हनुमान,
बाबा खो नदी के तट पे तुम पहाड़ चीर के प्रगटे,
राजा कोट द्वार चोटी का थारे भोग लगे रोटी का,
बोलो बोलो जी बजरंगी बोलो बोलो हनुमान,
गुरुनानक चल कर आये तेरे चरना शीश निभाए,
पापु शर्मा भाग जगाये बाबा तेरे दर्शन पाए,
बोलो बोलो जी बजरंगी बोलो बोलो हनुमान,