वृंदावन का मोर बनू,
गाऊ मैं तो राधे राधे ।
मोर बनइयो तो बनइयो वृन्दावन का
नाच नाच श्याम को रिझाऊ,
गाऊ में तो राधे राधे॥
कोयल बनइयो तो बनइयो बरसाने की,
कु कु श्री राधे जी रिझाऊं,
गाऊ में तो राधे राधे॥
गउएं बनइयो तो बनइयो गोवर्धन की,
परिकर्मा खूब लगाऊ,
गाऊ में तो राधे राधे॥
सखियाँ बनइयो तो बनइयो गोकुल की,
श्याम संग रास रचाऊ,
गाऊ में तो राधे राधे॥