मैं बेरंगी फिरदी सा रंग मेरे श्याम ने लाया,
रंग मेरे श्याम ने लाया, रंग मेरे श्याम ने लाया,
मैं बेरंगी फिरदी सा रंग मेरे श्याम ने लाया.....
अपने श्याम तो बारे जावा,
मन मोहन दा शूकर मनावा,
जद दी मैं मोहन दी हो गई,
मजा जीन दा आया,
मैं बेरंगी फिरदी सा रंग मेरे श्याम ने लाया.....
अपने श्याम दे बुहे बह गई,
अपने श्याम दी हो के रह गई,
मन मोहन ने कोल बिठाके,
मेरा भाग जगाया,
मैं बेरंगी फिरदी सा रंग मेरे श्याम ने लाया.....
श्याम बिना ना मेरा गुजारा,
श्याम बिना ना मेरा सहारा,
मेरे जेहे नू गल नाल लाके,
ऐसा कर्म कमाया,
मैं बेरंगी फिरदी सा रंग मेरे श्याम ने लाया.....